कनि देखियौ, कनि सुनियौ
कनि सोचियौ, कनि निश्चय करियौ
संकल्प लयकअ, कनि आगा तअ बढियौ
परिश्रम कय कअ, किस्मत के बदलियौ.....
ई अपन सबके पावन भूमि आई,
अकरा नइ एना, बर्बाद करियौ.......2
मा जनम देलक, ई बधाई के लेळ देलक आंचल
ई अपन भूमि अछि, ई अपन ''मिथिलांचल''...2
हिनका कमी नहिं छैन, कोनो बुधजीबी के,
ने कोनो कमी पुत्र कर्मयोगी के,
सॊचियौ, कनि आ निश्चय करियौ
संकल्प लयकअ, कनि आगा तअ बढियौ
मा जनम देलक, ई बधाई के लेळ देलक आंचल
ई अपन भूमि अछि ,ई अपन मिथिलांचल
विद्यापति सन कवि देलैथ,
ललित बाबा(Babu) सन के बेटा,
आई हम सब संकल्प करि
हिनका करि बिश्व विख्याता।
अभिषेक कुमार झा
कनि सोचियौ, कनि निश्चय करियौ
संकल्प लयकअ, कनि आगा तअ बढियौ
परिश्रम कय कअ, किस्मत के बदलियौ.....
ई अपन सबके पावन भूमि आई,
अकरा नइ एना, बर्बाद करियौ.......2
मा जनम देलक, ई बधाई के लेळ देलक आंचल
ई अपन भूमि अछि, ई अपन ''मिथिलांचल''...2
हिनका कमी नहिं छैन, कोनो बुधजीबी के,
ने कोनो कमी पुत्र कर्मयोगी के,
सॊचियौ, कनि आ निश्चय करियौ
संकल्प लयकअ, कनि आगा तअ बढियौ
मा जनम देलक, ई बधाई के लेळ देलक आंचल
ई अपन भूमि अछि ,ई अपन मिथिलांचल
विद्यापति सन कवि देलैथ,
ललित बाबा(Babu) सन के बेटा,
आई हम सब संकल्प करि
हिनका करि बिश्व विख्याता।
अभिषेक कुमार झा
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