मैथिली गजल@प्रभात राय भट्ट
Ahan sab sa aagrah je ahina site par aabait rahu aur maithili geet gajal dekhet rahu aur ha ahi site ka Facebook Page ka jaroor like karu
गजल
हम अहाँ संग चलैत रहब जाधैर छै जीनगीदुःख सुख हम सभटा सहब जाधैर छै जीनगी
हावा बयार कतबो तेज बहतै छोडब नै संग
अहाँक सूरत देख कs जीयब जाधैर छै जीनगी
नीरास भाव केर त्याग करू आशाक दीप जरा कs
जीवन सं हम संघर्ष करब जाधैर छै जीनगी
विपतिक घड़ीमें देखैत चलु भाग्य केर तमाशा
अपनो भाग्य बदलतै कहब जाधैर छै जीनगी
"प्रभात" पतझर गुलजार जीवनक बगिया में
प्रेम सनेह नदिया में बहब जाधैर छै जीनगी
-----------वर्ण-१९----------
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट
Tags - maithili gajal, prabhat ray bhatta, gajal, maithili, mithila, mithila gajal, maithili nik gajal, maithili gajal geet
Post a Comment