मिथिला क्षेत्र मे मना रहल बरसाइत पावनि





मिथिला क्षेत्रमे मैथिल विवाहित महिलासभ पतिके लम्बा आयु तथा दिर्घायु जीवनके कामना करैत आई बट सावित्रि अर्थात बरसाइत पावनि मना रहल छथि।
एहि अवसर पर महिलासभ बरक वृक्षके नजदिक पूजा कएलासँ पतिके आयु लम्बा आ स्वास्थ निक होइत छैक धार्मिक मान्यता अछि।
प्राचिनकालमे सावित्री अपन पतिके यमराजक हाथसँ मुक्त करा कऽ नया जिवन दिआबएमे सफल भेल रहथिन्ह एहि जनविश्वासके साथ बरसाइत पावनि मनाओल जाति अछि।जेष्ठ महिनाक अमावश्या तिथीमे प्रत्येक वर्ष मनाओल जाएबला एहि पावनिमे पार्वती,सावित्रि, नागनागीनके संगहि वरक वृक्षके पूजा कएल जाति अछि।विवाहक प्रथम वर्षमे महिलासभ एहि पावनिके आओर विशेष रुपसँ मनाओल करैत छथि।
भिन्सरेसँ व्रतमे रहल महिलासभ नया वस्त्र धारण कऽकऽ पूजाक थारीमे आम,केरा,मिठाई,खिरा सहितक समाग्री लऽकऽ वरक गाछके निचा पूजा आराधना कएल करैत छथि।एहि अवसर पर जनकपुरक राममन्दिर,देवीचौक,अग्नीकुण्ड सहित अन्य वरक गाछके निचा ब्रतालु महिलासभक पैग संख्यामे जमघट देखलगेल अछि
……बट सावित्रि पावनि के अवसरमे सम्पूर्ण विवाहित महिलासभ बहुत बहुत शुभकामना………मन्दाकिनी….!
                                                                                                                                           द्वारा :- अनिल मालिक जी ,

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